प्रफुल खोड़ा पटेल (Praful Khoda Patel) की जीवनी -Wikipedia/Biography in Hindi

कौन हैं और क्यों हैं चर्चा में
कौन हैं
प्रफुल्ल खोड़ा पटेल एक भारतीय राजनेता हैं जो वर्तमान में 3 केंद्र शासित प्रदेशों लक्षद्वीप, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव के प्रशासक हैं।
प्रफुल्ल खोड़ा पटेल एक पूर्व भाजपा नेता हैं, जिन्होंने नरेंद्र मोदी के शासन काल में गुजरात के दो साल तक गृह राज्य मंत्री के तौर पर कार्य किया, जब वह मुख्यमंत्री थे।
एनडीए सरकार द्वारा 2016 में उन्हें दोनों केंद्र शासित प्रदेशों (दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव)का प्रशासक नियुक्त किया गया था, जो केवल आईएएस अधिकारियों को पद पर नियुक्त करने की पहले की प्रथा से हटकर था।
प्रफुल्ल खोड़ा पटेल लक्षद्वीप के प्रशासक के रूप में नियुक्त होने वाले एकमात्र राजनेता हैं।
सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा धारक पटेल राजनीति में आने से पहले एक सड़क ठेकेदार थे।
क्यों हैं चर्चा में
जब से लक्षद्वीप केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासक के रूप में पटेल की नियुक्ति हुई है , उन्होंने कई नीतिगत बदलावों का सुझाव दिया है जैसे कि:-
– बंदरगाह अधिकारियों को केरल में बेपोर बंदरगाह और कोचीन बंदरगाह के साथ संबंध काटने का निर्देश देना और सभी समुद्री एक्सचेंजों को न्यू मैंगलोर बंदरगाह की ओर मोड़ना।
-पटेल के प्रशासन ने शराब प्रतिबंध हटा लिया, और बीफ (गोमांस) पर प्रतिबंध लगा दिया और स्कूल मध्याह्न भोजन योजना से मांस हटा दिया।
-इस प्रस्ताव का जमकर विरोध किया गया है और प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रफुल्ल केपटेल आरएसएस के बीफ बैन के एजेंडे को लागू कर रहे हैं।
-उन पर यह भी आरोप है कि लक्षद्वीप में विभिन्न विभागों में संविदा कर्मचारी के तौर पर काम करने वाले लोगों को भी हटाया जा रहा है।
-प्रफुल्ल खोड़ा पटेल को लक्षद्वीप में कोरोना संक्रमण मामलों में आए उछाल के लिए दोषी ठहराया जा रहा है।
-पहले लक्षद्वीप में कोरोना के नियम काफी सख्त हुआ करते थे लेकिन अब उन नियमों में ढिलाई की गई पटेल का कहना है कि लक्षद्वीप की अर्थव्यवस्था के मुख्य आधार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह बदलाव लाए गए थे।
-पटेल के प्रशासन ने तटरक्षक अधिनियम के उल्लंघन का हवाला देते हुए मछुआरों के तटीय शेड को भी ध्वस्त कर दिया।
-आदिवासी अधिकार अधिवक्ता और लोकसभा सांसद मोहनभाई संजीभाई देलकर ने 22 फरवरी 2021 को मुंबई के होटल सी ग्रीन में 15 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ कर फांसी लगा ली।
-सुसाइड नोट में राजनेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों को अन्याय और अपमान के लिए जिम्मेदार ठहराया गया और विशेष रूप से प्रफुल पटेल का नाम लिया गया जिसके बाद पटेल की काफी आलोचना हुई।
जीवनी/बायोग्राफी/विकिपीडिया
नाम | प्रफुल्ल खोड़ा पटेल |
जन्म | 28 अगस्त 1957 |
उम्र | 63वर्ष,9 महीने |
जन्मस्थान | —– |
पिता का नाम | खोड़ाभाई रणछोड़भाई पटेल |
माता का नाम | ——- |
शिक्षा | सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा |
राजनीतिक कैरियर | M.L.A (2007),गृह राज्य मंत्री,प्रशासक (3 केंद्र शासित प्रदेशों के) |
प्रफुल खोड़ा पटेल की तस्वीरें

